Heart Blockage and Cholesterol ke Karan, Lakshan aur Ilaj | कोलेस्ट्रॉल कैसे कम करें

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Heart blockage, cholesterol



Cause of heart attack, heart blockage and high cholesterol:-

अति उष्ण भोजन खाने से, अति भारी भोजन जो पचने में भारी होते हैं उन्हें खाने से, अति खट्टे, अति कषाय और अति तिक्त रस वाले पदार्थों के अति सेवन से, बहुत ज्यादा परिश्रम करने से, आघात होने से, भोजन करने के बाद बिना पचे दोबारा भोजन करने से, बहुत ज्यादा मैथुन करने से, अति चिंता करने से, मल मूत्र आदि १३ प्रकार के जो वेग शरीर में होते हैं उन्हें रोक के रखने से हृदय दूषित हो जाता है और हृदय के रोग हो जाते है।  


What is the cause of heart blockage:-

👉तली हुई चीजों के अधिक सेवन करने से

👉बिलकुल भी परिश्रम नहीं करने से

👉न कोई योग प्राणायाम करने से

👉हृदय रोग के जो होने कारण बताये गए हैं वह सब होने से

👉बहुत अधिक घी दूध के सेवन करने से

👉तेलिया पदार्थों के अधिक सेवन करने से

👉शराब ciggarrete के अधिक सेवन करने से

👉प्रकर्ति विरुद्ध आहार करने से 


Heart blockage ke lakshan or Heart blockage symptoms:-

👉चक्कर आना

👉सीढ़ी चढ़ने में थकावट होना

👉थोड़ा बहुत काम करने में ही सांस फूल जाना

👉सीने में सुई जैसी चुंबन होना

👉धड़कन का ज्यादा बढ़ना

👉धड़कन का बीच में रुक गयी हो ऐसा महसूस होना

👉सीने में जकड़न


What is the causes of high cholesterol कोलेस्ट्रॉल कैसे बढ़ता है:-

👉तिल, दूध, गुड के अधिक सेवन से
👉शरीर की पाचन क्रिया ठीक से काम न करने से
👉जो पदार्थ पचने में भारी हो उसके सेवन से जैसे की घी से बने हुए पदार्थ, मॉस खाने से, मैदे के बने हुए पदार्थ
👉परिश्रम नहीं करने से
👉न योग प्राणायाम करने से
👉सिगरेट शराब के अधिक सेवन से
👉हृदय रोग में जो कारण बताये गए हैं उन सब से
 


Symptoms of high cholesterol or कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण:-

👉हृदय में सुई जैसी चुभन होना
👉एक हाथ में में दर्द बन कर कंधे तक पछूह जाना
👉जबड़े में दर्द होना
👉शारीरिक रूप से कमजोरी का आना
👉खाने की इच्छा ज्यादा न करना
👉शरीर में कब्ज बने रहना
👉नींद ठीक से न आना 
👉और जो ऊपर कोलेस्ट्रॉल के लक्षण बताये गए हैं वह सब


Cholesterol normal range कोलेस्ट्रॉल कितना होना चाहिए:-

➡कोलेस्ट्रॉल की जो सामान्य रेंज होती है वो 200 mg/dL (5.17 mmol/L) से कम होती है। 

➡बॉर्डरलाइन जिसको बोलते हैं वो 200 to 239 mg/dL (5.17 to 6.18 mmol/L) होती है। 

➡अगर इसकी रेंज  240 mg/dL (6.21 mmol/L) या इस से ऊपर पहुंच जाती है तो high कोलेस्ट्रॉल माना जाता है। 



Heart blockage treatment:-

1. कच्ची लोकी का रस निकाल कर के उसमे थोड़ी सी भुने हुए हींग जीरा मिला कर सुबह शाम पीने से ब्लॉकेज ख़तम होती है।  लोकी की सब्जी बिना मिर्च मसाले की भी कहानी चाहिए। 

2. अंगूर खाना बहुत लाभप्रद है इसमें और गुलकंद खाने से भी ब्लॉकेज ख़त्म होती है। 

3. अनार के पत्तो की चटनी बना के उसमे थोड़ा सा शहद मिला के चाटने से बहुत लाभ मिलता है। 

4. सूखे आंवले का चूर्ण मिश्री के साथ गुनगुने जल क साथ पियें। 

5. गाजर का जूस पियें आराम मिलेगा।

6. प्याज का उपयोग करें कोलेस्ट्रॉल को कम करने :- सफ़ेद प्याज के रस में शहद मिला करके चाटने से B/P कण्ट्रोल में रहता है। कच्ची प्याज सलाद में खाना भी लाभकारी होता है। 

 
कोलेस्ट्रॉल की आयुर्वेदिक दवा:-

1. लहसुन की ४-५ काली दूध में उबाल कर के देने से भी इस बीमारी में लाभ पहुँचता है। 

2. अलसी के पत्ते और सूखे धनिये का काढ़ा बना के पीने से लाभ होता है। 

3. दशमूल के दसों द्रव्यों का काढ़ा बना के उसमे सेंधा नमक और जोखार मिला के सुबह शाम खली पेट सेवन करने से भयंकर से भयंकर ब्लॉकेज खुल जाती है और ccholesterol भी नार्मल हो जाता है। 

4. पुष्कर मूल का चूर्ण आधा चमच में एक चमच शहद मिला कर के चाटने से जिसको खांसी की दिकत है या जिसको अस्थमा या स्वास संभंधित बीमारी के साथ हार्ट की बीमारी है उसमे बहुत कारगर औषधि है ये। 

5. घी या फिर दूध या फिर गुड या फिर जल इनमे से किसी भी एक साथ अर्जुन की छाल का चूर्ण सुबह खाली पेट सेवन करने से हृदय रोग सही होता है, क्रोनिक फीवर भी सही करता है और रक्तपित रोग में भी बहुत अच्छा कारगर नुस्खा है। 


Arjun ki chaal for heart blockage or अर्जुन की छाल कोलेस्ट्रॉल:-

एक गिलास दूध में एक चमच अर्जुन की छाल का चूर्ण और एक गिलास पानी डाल करके उसको इतना उबालो की एक गिलास दूध शेष बच जाये।  इसमें मिश्री या गुड़ मिला सकते है। चाय की जगह सुबह इसको खाली पेट सेवन करने से हृदय सम्बन्धी समस्त रोग दूर होते हैं और हृदय मजबूर बनता है। 


cholesterol kam karne ke upay or कोलेस्ट्रॉल कैसे कम करें:-

मूंग, परमल, करेला, शाली धान के चावल और लौकी आदि अपनी सब्जियों में लाइए।  इसमें लाल मिर्च की जगह सेंधा नमक और काली मिर्च का उपयोग करें।  आटे को मोटा पिसवाइये ताकि ज्यादा से ज्यादा फाइबर शरीर में जाये। और कच्ची सलाद फल आदि ज्यादा खाएं।  इनमे भी भरपूर मात्रा में फाइबर होता है।  


कोलेस्ट्रॉल कम करने का रामबाण इलाज:-

एरंड मूल की छाल का काढ़ा बना कर के उसमे जोखार एक चुटकी डाल कर के सुबह शाम खाली पेट पीने से हृदय शूल, कमर का दर्द, छाती का दर्द, और ब्लॉकेज को इस प्रकार नष्ट कर देता जिस प्रकार जंगल में लगी अग्नि पूरे जंगल को।  आयुर्वेद में इस से कारगर नुस्खा कोई नहीं है। 

कोलेलेस्ट्रॉल कम करने की एक्सरसाइज:-

पैदा चलना, हलकी फुलकी जॉगिंग, साइकिलिंग करना आदि कर सकते है।  उसके अलावा कुछ योग प्राणायाम है जो हम आगे चर्चा करेंगे।  हैवी वेट न उठाये। स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज जुरूर करनी चाहिए। 


कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए योग:-


1. मत्स्यासन

2. धनुरासन

3. सर्वांगासन




कोलेस्ट्रॉल कम करने की होम्योपैथिक दवा:-

कोलेस्ट्रॉल कम करने की सबसे अच्छी दवा आती है Terminalia arjuna  यह होमियोपैथी की बहुत अच्छी दवा है।  यह अर्जुन की छाल से ही बनती है।  


क्या चावल खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है:- 

चावल में भरपूर फाइबर होता है। फाइबर हार्ट के लिए अच्छा होता है।  अच्छे और उत्तम चावल का आप प्रयोग कर सकते हैं।  इसमें भी अगर साथ धान के पुराने चावल हों अगर आप को मिल जाये तो और भी अच्छा। 


कोकोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर क्या न खाएं or कोलेस्ट्रॉल में क्या नहीं खाना चाहिए:- 

Do's:-

1. निम्बू, पपीता, आंवला, सेब, तरबूज और जो भी मौसम के हिसाब से फल चल रहे हैं उनका सेवन करना चाहिए। 

2. चौलाई का शाक,पालक,लहसुन, घीया। सलाद में गाजर, टमाटर,प्याज कहानी चाहिए, बथुए का उपयोग करना चाहिए। 

3. खाना कहते समय खाने को खूब चबा चबा कर खाना चाहिए। 

4. 10-15 दिन में एक बार उपवास रखना चाहिए। 


Dont do's:-
दूध माखन आदि से बानी भारी पदार्थ, मिर्च मसाले या ताली हुई चीजें, शराब, सिगरेट, घी, समुंद्री नमक, बैंगन आलू, मैदा, देर से पचने वाली चीजे।  पहले का बिना पचे पुनः भोजन ना करें। बहुत ज्यादा परिश्रम, शोक,चिंता, या डिप्रेशन से बचें।




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