Rheumatoid, osteoarthritis, juveline ke karan lakshan aur ilaj

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Rheumatoid, osteoarthritis, juveline ke karan lakshan aur ilaj
Arthritis ka ilaj



Arthritis(आमवात):-

Arthritis meaning:-
हमारे देश के परिवारों में लगभग 90% लोगो को जोड़ो के दर्द की समस्या है। महिलाओं में यह बीमारी ज्यादा है।
अगर आप लोग सब तरह के इलाज लेके थक गए हो तो यह पोस्ट आपके काम आ सकती है।
क्या आपने जान ने की कोशिश की यह जोड़ों का दर्द होना क्यों शूरू होता है।

what is arthritis and Arthritis causes:-
आमवात की निदानपूर्क सम्प्राप्ति -विरुद्ध भोजन ( प्रकृति विरुद्ध, समयविरूद्ध और संयोग विरुद्ध) तथा विरुद्ध चेष्टा ( शक्ति से अधिक व्यायाम, मैथुन तथा अन्य कर्म) करने, जिनकी पेट की अग्नि मंद हो, केवल बैठे रहने बाले (परिश्रमरहित ), अधिक स्नेहयुक्त भोजन करने वाले और व्यायाम करने वाले मनुष्यों का वायु से प्रेरित हुआ आमरस ( भोजन का अपतरिपक रस) कफ के स्थानों ( आमाशय, वक्षः स्थल, कण्ठ, मस्तक, सन्धि आदि ) में प्राप्त होता है जिससे (कफ से ) अतयन्त विदग्ध होकर व् आमरस नाड़ियों में प्राप्त हो जाता है । फिर वहां भी वह अन्न का आमरस वात-पित्त और कफ से दूषित होकर अनेक वर्णो वाला तथा पिच्छिल होकर नाड़ियों को अभिषियनदित( अवरुद्ध ) कर देता है।

Psoriatic Arthritis:-

यह आमवात जब कुपित हो जाता है तब हाथ, पेअर, सर, गुल्फ, शरीर के जोड़ों में सूजन उत्पन कर देता है। जिसमे बिछू के डंक मारने जैसे पीड़ा होती रहती है। इसमें जोड़ों में कठोरता और रूखापन बना रहता है।


Rheumatoid Arthritis (RA factor positive):-

कोख का कठिन हो जाना, दर्द होना, लार का बहुत ज्यादा बन ना, कभी नींद लग्न कभी नींद का ना लगना,प्यास बने रहना, उलटी जैसा मन होना, कमजोरी या चक्कर आना, हृदय के रोग या हृदय में पीड़ा होना, शरीर में जकड़न होना, आंतो में गुड़-गुड़ रहना, जोड़ों में सूजन के साथ दर्द रहना और वहां गाठें बने के अंगो का टेढ़ा हो जाना आदि। This is the symptoms of Arthritis

Arthritis treatment ayurvedic:-

इसका इलाज क्या आयुर्वेद की बड़ी बड़ी दवाइयों में या अलोपथी कि निरंतर चलने वाली दवाइयों में है?
तो जवाब है इस बीमारी का इलाज आपकी रसोई में है। आपके आखों के सामने रहता है। लेकिन आपको इस्तेमाल करना नही आ रहा।
मैं आयुर्वेद की तरफ से शर्त लगा के कह सकता हूँ कि इस से बढ़कर आमवात की कोई औषधि नही हो सकती।
उस दवा का नाम है "सोंठ" सौंठ अदरक का सूखा हुआ रूप होती है। अदरक सूखने के बाद और भी ज्यादा गुणकारी हो जाती है।
यह औषधि नही महौषधि है।


All kind of Arthritis Treatment:-

1) जिनको बहुत पुराना arthritis हो गया हो या बहुत लंबे समय से शरीर मे जोड़ों में दर्द रहता हो वो लोग सोंठ और गिलोय को बराबर मात्रा में लेके इसका काढ़ा सुबह शाम खाली पेट सेवन करें। 3 महीने में आराम न हो तो इस पेज को unfollow कर देना।

2) जिनको arthritis के साथ कमर दर्द भी रहता हो वो लोग सोंठ का चूर्ण एक कटोरी में रख लीजिए। फिर उत्तम क्वालिटी का गुड़ लाके बेर जितनी गोली बना कीजिए। और उस सोंठ के चूर्ण के ऊपर गोल गोल घुमा दीजिये अच्छे से। और इस गोली को खा लीजिये दिन में तीन बार। खाना खाने के एक घंटे पहले या एक घण्टे बाद। 1 महीने तक सेवन करें। इस बीमारी में गुड़ का सेवन करना हो तो इसी तरह से करें अन्यथा गुड़ वर्जित है।

3) 2 चमच्च सोंठ 400ml पानी में इतना उबालो की 50ml बच जाए यह इस का काढ़ा है। इसको उतार छान मार उसमे एक चमच्च एरण्ड के तेल डाल के सुबह शाम खाली पेट पीने से कब्ज, पूरे बदन में दर्द, arthritis, सभी तरह के जोड़ों का दर्द, चाहे घुटने हो या कमर दर्द जड़ से खत्म करने के लिए 3 महीने तक सेवन करें।

4) त्रिफला के साथ सोंठ का चूर्ण, याने के हरड़ बहेड़ा आंवला और सोंठ सबको बराबर मात्रा में लेके चूर्ण बना के रोज रात को दूध के साथ पीएं वैसे तो दूध इसमें वर्जित कहते हैं लेकिन इस नुस्खे के साथ पीना चाहिए) और दिन में छाछ के साथ पीएं। या फिर अकेले सोंठ का चूर्ण भी ऐसे ही ले सकते हैं।
जिन को सर में दर्द रहता हो, जोड़ों में सूजन के साथ दर्द रहता हो और आर्थराइटिस वह सेवन करें 3 महीने तक। अद्धभुत योग है यह।

5) सोंठ अदरक का सदा इस्तेमाल चाहे चटनी या सब्जी में करते रहने से वात रोग आपको छू नही सकते।

6) दशमूल का काढ़ा बना के उसको उतार छान कर उसमे एरंड के तेल की एक चमच मिला के सुबह शाम खली पेट सेवन करने से आमवात 2 महीने में ठीक हो जाता है।

7) पीपरी, पीपरामूल, चव्य, चित्रक मूल, सोंठ, इन सबको बराबर मात्रा में लेके काढ़ा बना के सुबह शाम खली पेट सेवन करने से 2 महीने में कठिन से कठिन आमवात भी नष्ट होता है।

8) सोंठ और गोखरू बराबर मात्रा में लेके सुबह शाम खली पेट 2 महीने तक सेवन करने से आमवात और जिनके कमर में दर्द रहता है दोनों ठीक होंगे।

9) रास्ना, गिलोय, एरंडमूल, सोंठ और देवदारु इन सबको सम भाग लेके सुबह शाम काढ़ा बना के सेवन करने से जिसके पूरे शरीर को वात रोग ने जकड रखा हो, आमवात हो, और जोड़ो में या मॉस हड्डी में दर्द रहता है वो दो महीने सेवन करें तो ठीक होंगे।

लेप चिकित्सा :-

जोड़ों और हड्डियों के दर्द के लिए:-

सोंफ, देवदारु, कूठ, हींग और सेंधानमक इन सभी को बराबर मात्रा में लेके फिर उसमें मदार का दूध मिला लें और 5 min तक अच्छे से घोट लें। जोड़ों के दर्द पे लेप करें दिन में दो बार।

परहेज:-
बिना परहेज कोई दवा काम नही करेगी ना ही रोग ठीक होगा।
दही, मछली, गुड़, दूध, पोइ का साग, उरद की पीठि, दूषित जल का परहेज, पूर्व से आने वाली हवाएं जब चलें तो घर मे रहे, विरुद्ध भोजन न करें, मल मूत्र के वेग को न रोकें, रात को न जागें, देर से पचने वाले पदार्थ का सेवन न करें।

These all are the Treatment of juveline, Rheumatoid, knee, stage 1 early, osteoarthritis, gout arthritis.
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