दाद क्या है
यह एक चर्म रोग है। देखने में यह वैसे तो मामूली बीमारी दिखती है। वास्तव में यह एक संक्रामक बीमारी है।
Ringworms in hindi
यह त्वचा में एक तरह से कीटाणुओं को याने के Moulds, Fungy, Hyphomycetes, के उत्पन होने पर होता है। आयुर्वेद में इसे दद्रु कहा गया है। यह एक संस्कृत भाषा का शब्द है जिस से की आगे चल कर यह नाम बना।
यह शरीर के किसी भी स्थान पर हो जाता है।
Ringworm causes दाद होने के कारण
👉इसकी उत्पत्ति शारीरिक अपवित्रता के कारण होती है।
👉या फिर शरीर का वह भाग जिस पे मैल रहता हो, वहां शीघ्र ही हो जाता है।
👉जो लोग स्नान नहीं करते या फिर स्नान करने के बाद पसीने वाले या मैले ही कपडे पहन लेते हैं उनके यह रोग आसानी से हो जाता है।
👉नाई द्वारा दद्रु पर उस्तरा चल्या जाता हो, फिर उसके बाद जिस जिस पे वो उस्तरा चलेगा वहां दद्रु होगा। क्यों की यह संक्रामक रोग है।
👉ख़राब दूषित जल या अन्न खाने से
👉ज्यादा तला हुआ, मिर्च मसाले वाला खाना खाने से,
👉जिसके यह हो रखा हो उसके साथ रहने से साथ खाने पीने से,
👉आपके ही अगर यह हो और उसे नाखुनो से खुजाते हो और फिर वही नाख़ून से आप शरीर का कोई अन्य अंग खुजाओगे तो वहां भी यह हो सकता है।
Ringworm Symptoms दाद के लक्षण
दाद कितने प्रकार के होते है?
यह लाल,सफ़ेद और काला होता है। काले वाला जो के भयानक दीखते हैं उसको "घोड़ा दाद" कहते है। इसका चकता गोल होता है इसीलिए इसको हिंदी में मंडल कुष्ठ कहते हैं और अंग्रेजी में Ringworm कहते हैं और बहुत खुजली मचती है। यह जहाँ होता है वहां की खाल सफ़ेद पपड़ीदार हो जाती है।
दाद का आयुर्वेदिक इलाज
भावप्रकाश ने लिखा है-
👉दाद से हमेशा के लिए छुटकारा कैसे पाएं?
दूब, हरड़, सेंधा नमक, पमाड़ के बीज, बावची इन सबको बराबर मात्रा में लेके चूर्ण बना के गाय की छाछ में पेस्ट बना लें। केवल तीन बार इसको लगाने से पुराना और यह भयंकर दाद खाज की दवा है। यह 20 साल पुरानी दाद की दवा भी है। कहने का तापीरा हैं है के यह नुस्खा पुराने से पुराने दद्रु को भी ठीक करता है। लेकिन इसमें परहेज जरूर रखने पड़ते हैं और जिन कारणों से यह होता है उन कारणों का ध्यान भी रखना होता है।
योग चिंतामणि ने लिखा है-
3 Day ringworm treatment
👉दूब, हरड़, सेंधा नमक, पमाड़ के बीज, थूहर का दूध और हल्दी इन सबको छाछ के साथ पेस्ट बना के लगाने से 3 दिन में ही इसका नाश होता है।
देखें हल्दी के गुण
👉ढाक के बीज और पित्तपापड़ा इन दोनों को नीम्बू के रस में घिसकर लेप करने से यह नष्ट होते हैं।
शारङ्गधर संहिता में लिखा है-
👉केवल पमाड़ के पत्तों की भाजी खाने से, वात्त और कफ नाशक है, और दद्रु नाशक भी है।
👉How to get rid of ringworm permanently- चूक, बायविडिंग, हींग, गंधक, पमाड़ के बीज, कूठ और सिन्दूर सबको बराबर मात्रा में लेके पीसकर के धतूरा,पान और नीम के रस में घोंट लें। इस पर लेप करने से पुराना से पुराना और भयंकर से भयंकर घोड़ा दाद भी नष्ट होता है। यह दाद को जड़ से खत्म करने की दवा है।
Ringworm Treatment
👉गरीब मनुष्य जो लोग दवा वगेरा का इंतजाम नहीं कर सकते या नहीं खरीद सकते उन को मूली के पक्के हुए पत्तों को रोजाना दिन में दो बार इस पर रगड़ना चाहिए। इस से शीघ्र ही लाभ मिलता है।
👉ऐसे ही पमाड के पत्तों को इस पर घिसने से बहुत लाभ होता है।
👉मैनफल को पाने के साथ घिसकर इस पर लेप करने से कुछ ही दिनों में जाता रहेगा।
👉 How to cure ringworm fast आक के पत्तों का रस 50ml और हल्दी का बनाया हुआ काढ़ा भी 50ml इन दोनों को 200ml सरसों के तेल में इतना उबालो की इसका रस और और काढ़ा दोनों उबाल के ख़त्म हो जाएँ। उसके पश्च्यात उतार को छान कर रख लें। यह द्रुद नाशक तेल है जो के बहुत कारगर है।
👉इमली के बीज निम्बू के रस में पीसकर लगाने से यह रोग जाता रहता है।