Benefits Of Sun Charge Water | सूर्य किरण चिकित्सा | सूर्य जल चिकित्सा

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Benefits of Sun charge water


सूर्य किरण चिकित्सा

सूर्य किरण चिकित्सा (Sun Charge Water) का सबसे पहले  उपयोग विदेशो में होता था।  आयुर्वेद जैसे ग्रंथो में इसका विवरण नहीं मिलता। लेकिन स्वस्थ्य संभंधित अन्य पुस्तकों में इसका विवरण जरूर मिलता है। 


सूर्य की सात रंग की किरणें 

सूर्य की किरणें सात रंगकी हैं। ऋग्वेदर और अथर्वेद में सूर्य की सात रंग की

किरणों का उल्लेख सप्तरश्म, सप्ताश्च (सप्त अश्व) आदि शब्दों से किया गया है।

इन सात रंगकी किरणों का वैज्ञानिक दृष्टि से बहुत ही ज्यादा महत्त्व है। प्रत्येक किरणों का अलग-अलग प्रभाव है।

इनकी गति और प्रकृति भी अलग अलग  है। इन सात रंगों को अगर मिला दिया जाये तो  सफेद रंग हो जाता है। इन सात रंग की किरणों से ही संसार के प्रत्येक पदार्थ को रूप-रंग प्राप्त होता है।


कैसे करें सूर्य किरण चिकित्सा-

कांच की बोतलों को अच्छी तरह साफ करने के बाद उनमें शुद्ध जल भरा जाता है। बोतलोंको कम से कम तीन अंगुल

खाली रखे। तत्पश्चात् उनहें ढक्कन लगाकर बंद कर दे।

साफ़ पानी से भरी इन बोतलों को धूप में छ :से आठ घंटे रखने पर दवा तैयार हो जाती है। 

धूप में बोतलों को ऐसे रखे कि एक बोतल की छाया किसी दूसरे रंग की बोतल पर न पड़ने पाए। 

रात्रि में बोतलों को अंदर रख लें। इस प्रकार बनी हुई दवा को दिन में तीन या चार बार पिलावे। एक बार बनी दवा को

चार या पाँच दिन सेवन कर सकते हैं। पुनः दुबारा बोतलों में दवा बना ले।


कोन सी दवा कब लेनी चाहिए

साधारणतया नारंगी रंग की दवा भोजन के बाद पंद्रह से तीस मिनट के अंदर लेनी चाहिये। 

हरे और नीले रंग की दवाएँ खाली पेट या भोजन से एक घंटा पहले ले। 

हरे रंग की दवा प्रातः खाली पेट 50 से 100 ML ले सकते हैं। यह दवा विजातीय द्रव्योंको बाहर करके शरीर को एकदम शुद्ध करती है। इसका विपरीत प्रभाव नहीं होता।


दवा की मात्रा 

आयु के अनुसार चाय वाली चम्मच से एक-से चार चम्मच एक बार में ले। साधारणतया दवा दिन में तीन या चार बार ली जा सकती है।  

तीव्र ज्वर आदि में आवश्यकतानुसार एक एक घंटे पर भी दवा ली जा सकती है।



विभिन्न रंगों की बोतलों के पानी का उपयोग (Benefits Of Sun Charge Water)


1) लाल(Red) रंग की कांच की बोतल में पानी पीने के फायदे 

लाल रंग की बोतल का पानी अत्यन्त गर्म होता है, अत: इसे पीना वर्जित है। इसको पीने से खुनी दस्त या उलटी हो सकती है। 

इसका प्रयोग प्रायः मालिश करने या शरीर के बाहरी भाग में लगाने के काम आता है। 

यह आयोडीन (lodine)-से अधिक गुणकारी है।

यह रक्त एवं स्न्रायुको उत्तेजित करता है । शरीर में गर्मी बढ़ाता है। 

यह सभी प्रकारके वातरोग जैसे आर्थराइटिस का इलाज के लिए, जोड़ो के दर्द और कफ रोगों जैसे खांसी जुखाम आदि, में लाभ देता है।


2) नारंगी (Orange) रंग की कांच की बोतल में पानी पीने के फायदे 

यह रक्तसंचार की वृद्धि करता है, मांसपेशियों को स्वस्थ रखता है और मानसिक शक्ति तथा इच्छा शक्ति को बढ़ाता है। 

बुद्धि और साहस को विकसित करता है।  कफ -जन्य रोगों का नाशक है।

यह कफ-जन्य रोग खाँसी, बुखार, निमोनिया, इनफ्लुएन्जा, श्वासरोग, क्षयरोग, पेट में गैस बनना, हृदयरोगआर्थराइटिस, पक्षाधात, अजीर्ण, एनीमिया, रक्त में लाल कणों की कमी वाले रोगों के लिये लाभप्रद हैं। 

माँ के स्तनों में दूध की वृद्धि करता है।


3) पीला (Yellow) रंग की कांच की बोतल में पानी पीने के फायदे 

यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिये अत्युत्तम है। यह हल्का रेचक भी है।  

पाचन-संस्थान को ठीक करता है। यह हृदय रोग एवं उदर रोगों का नाशक है। 

इसकी प्रकृति उष्ण है, अतः पेचिश आदि में इसे न ले। यह पेटदर्द, पेट फूलना, कृमिरोग एवं मेदरोग(मोटापा), Spleen, हृदय, लिवर और फेफड़े के रोगों में भी लाभप्रद है।

यह युवा पुरुषों को तत्काल लाभ देता है। इसका पानी थोड़ी मात्रा में ही लेना चाहिये।


4) हरा (Green) रंग की कांच की बोतल में पानी पीने के फायदे 

यह प्रकृतिका रंग है। समशीतोष्ण है। यह शरीर और मनको प्रसन्नता देता है।

शरीर की मांसपेशियों का निर्माण करता है और उन्हें शक्ति देता है। 

मस्तिष्क और नाडी-संस्थानको बल देता है। रक्तशोधक है।

यह वातजन्य रोग जैसे जोड़ों के दर्द, Arthritis, Typhoid, मलेरिया आदि ज्वर, फैटी लिवर और Kidney की सूजन, सभी चर्म रोग, फोड़ा-फुंसी, दाद (Ringworm ),  नेत्ररोग, मधुमेह, सूखी खाँसी, जुकाम, बवासीर, कैंसर, सिरदर्द, रक्तचाप, एक्जिमा, सफ़ेद दाग, कब्ज आदि रोगों में लाभप्रद है।


5) आसमानी (Blue) रंग की कांच की बोतल में पानी पीने के फायदे

यह शीतल है। पित्त-जन्य रोगों के लिये विशेष लाभकारी है। यह प्यास और अमाशय की उत्तेजना को शान्त करता है। 

यह अच्छा पोषक टॉनिक और एन्टीसेप्टिक है। 

सभी प्रकारके ज्वरों के लिये रामबाण है। 

रक्त-प्रवाह को रोकता है। 

कफज रोगों में इसका प्रयोग न करे।


यह ज्वर, खाँसी, दस्त, पेचिश, संग्रहणी, दमा, सिरदर्द, मूत्र रोग, पथरी, त्वचारोग, नासूर, फोड़े-फुंसी, मस्तिष्क अदि रोगों में लाभप्रद है।


6) नीला, गहरा नीला (Indigo) रंग की कांच की बोतल में पानी पीने के फायदे

यह भी शीतल है। यह जीव मात्र को जीवनी शक्ति देता है। यह शीतलता और शान्ति देता है। 

कुछ क़ब्ज़ करता है। शरीर पर इसकी क्रिया अतिशीघ्र होती है।

यह आमाशय, अण्डकोश- वृद्धि, प्रदर, योनि रोग आदि रोगों में विशेष उपयोगी है। यह गर्मी के सभी रोगों को दूर करता है।


7) बैगनी (Violet) रंग की कांच की बोतल में पानी पीने के फायदे 

इसके गुण प्रायः नीले रंग के तुल्य हैं। यह रक्त में लाल कणों की वृद्धि करता है।

खून की कमी को दूर करता है। 

क्षय- रोग में विशेष उपयोगी है। 

इससे अच्छी नींद आती है। अनिंद्रा रोग का इलाज होता है। 







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