Benefits of Triphala Churna in Hindi | त्रिफला चूर्ण के फायदे
Author -
Ayurved4LIfe
June 03, 2023
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Triphala त्रिफला
यह तीन फलों से मिलके बनता है इसी से इसका यह नाम पड़ा है। इसके अंदर Vittmain C होने कारण यह बहुत ही गुणवर्धक है। एंटी-ऑक्सीडेंट है, एंटी बैक्टीरियल है, एंटी फंगल प्रॉपर्टी भी इसके अंदर है, इसके साथ साथ एंटी इन्फ्लैमटॉरी भी है।
👊यह नेत्र रोगों का विनाश करती है,
👊व्रणरोपण याने के अंदरूनी या बहार के घावों को जल्दी भरने वाला,
👊प्रमेह रोगों का नाशक याने के मूत्र सम्बंधित जो रोगों होते हैं,
👊रक्तज रोगों याने रक्त को शुद्ध करने वाला या रक्त विकार से उत्पन रोगों को ठीक करने वाला,
👊और कफ के रोगो का नाशक है।
Triphala Churna Ingredients
हरड़, बहेड़ा और आंवला से मिलके यह बनता है और आयुर्वेद में इसे रसायन बताया गया है। रसायन का मतलब होता है निरोगी रहते उम्र बढ़ाने वाली औसधी। यह बहुत शक्तिशाली और कारगर औसधी है। ऐसी शायद ही कोई ही बीमारी होगी जिसे यह ठीक ना कर सके।
Triphala churan Dosage
कई कई ग्रंथो में 1:2:3 और किसी में 1:2:4 याने के हरड़ अगर 100gram ले रहें है तो बहेड़ा 200gram और आंवला 300 या 400gram लेते हैं आप इनमे से कोई भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
Triphala Churna Price
पतंजलि त्रिफला चूर्ण या फिर बैध्यनाथ का चूर्ण हो या फिर Zandu का चूर्ण इन सबकी कीमत लगभग 60 रुपया की है।
लेकिन बाजारू चूर्णों में preservatives मिला रखते हैं जिसके के कारन अच्छा रिजल्ट देखने को नहीं मिलता।
इसीलिए आप पंसारी के यहाँ से हरड़, बहेड़ा आंवला लेके आएं और घर पर ही कूट कर बनाये, इसका आपको 100 % रिजल्ट देखने को मिलेगा और सस्ता भी पड़ेगा।
Trifala Rasayana
सामान मिला त्रिफला रसायन होता है। और इसका सेवन उन्हें ही करना चाहिए जो स्वस्थ हों। क्यों रसायन का फल उन्ही को लगता है जिनको किसी प्रकार का कोई रोग नहीं हो। अगर आप रसायन का सेवन करना चाहते हैं तो पहले आपको आपकी बीमारी ठीक करनी होगी।
जैसे मलिन वस्र पर रंग नहीं चढ़ता उसी प्रकार रोग वाले शरीर पर रसायन का असर नहीं होता। आयुर्वेद में अन्य और भी रसायन है।
यही बाजारों में त्रिफला रसायन के नाम से बिकता है।
How Should We Take Triphala
इसका महिम चूर्ण बना के शहद के साथ भी चाट सकते हैं।
यह तीन इसमें साधारण तरीके होते हैं इसके अलावा यह अलग अलग रोग के हिसाब से अलग अलग तरीके से लिया जाता है। जो बताया जायेगा।
How To Take Triphala Churna At Night
Triphala for constipation- अगर आप कब्ज की बीमारी ठीक करने के लिए ले रहे हैं तो आपको इसका सेवन रात को करना चाहिए। खाना खाने के एक घंटे बाद आप इसकी आधी से एक चमच चूर्ण साधारण पानी या दूध के साथ सेवन करें।
How To Take Triphala Churna At Morning
अगर इसके गुणों के की वजह से या फिर किसी बीमारी को ठीक करने की वजह से ले रहे हैं तो सबसे उत्तम है की इसका सेवन सुबह खाली पेट करें। आपको सुबह नित्य कर्म करने के आधे घंटे बाद आधी से एक चमच चूर्ण शहद या गुड़ या साधारण पानी के साथ सेवन करना चाहिए।
इसके लिए यह सबसे रामबाण दवा है। इस से बढ़ के शायद ही कोई दवा हो होगी मधुमेह के रोगियों के लिए।
शुद्ध देशी शहद के साथ एक चमच त्रिफला चूर्ण रोजाना सुबह खाली पेट लेने से इसका जड़ से इलाज होता है। अगर इसी एक चम्मच चूर्ण में आधी चुटकी से भी कम शीलजीत मिला लिया जाये तो यह रामबाण है। फिर कभी दोबारा नहीं होगा मधुमेह।
इसके चूर्ण को काढ़ा बना के इस्तेमाल करें इसके लिए आपको 2 गिलास पानी में 2 चम्मच इस चूर्ण की डाल देनी है फिर इसको इतना उबालना है की यह उबलते उबलते आधा गिलास बच जाए।
फिर इसको उतार के छान लें।
इसके ठंडा होने के बाद इसमें एक चमच्च शहद मिला कर सुबह खाली पेट पियें।
इस से भयंकर नुस्खा पूरे आयुर्वेद में नही है। इसका हजारो लोगो पर आजमाया गया है जिसने सबको अच्छे परिणाम दिए हैं।
यह एक महीने में ही 6 से 12 किलो तक भी कम कर देता है। और शरीर की सब बीमारी को ठीक करता है।
स्वपन दोष की बीमारी ठीक करने के लिए आपको रात को सोने से पहले आधा से एक चम्मच त्रिफला और उसके साथ थोड़ी सी मुनक्का पानी के साथ सेवन करने से कब्ज और स्वपन दोष ठीक हो जाता है।
इसके चूर्ण को गुड़ के साथ खाने से बार बार आने वाला बुखार या फिर जिसका टाइफाइड ठीक ही नहीं हो रहा हो उसमे यह रामबाण की तरह नष्ट करता है।
एक बेर जितने गुड़ की गोली इसके चूर्ण में मिला के बनाये और ऐसी गोलियों का दिन में तीन से चार बार सेवन करें।
5. Triphala in Hyper Thyroid or Hypo Thyroid Treatment
एक गिलास पानी में एक चम्मच इसके चूर्ण को डाल दें और एक चम्मच ही इसमें शहद डाल दें। नित्य सुबह खाली पेट इसका सेवन करने से मात्रा दो महीने में ही थाइरोइड ठीक हो जाता है चाहे वो हाइपर थाइरोइड हो या फिर हाइपो थाइरोइड हो।
बस ध्यान रखने वाली बात यह है की इसमें आपको कफ को बढ़ाने वाली चीजें नहीं खानी होंगी।
6. Chasma Utarne Ke Liye Triphala Churna
इसके चूर्ण को काढ़ा बना के इस्तेमाल करें इसके लिए आपको 2 गिलास पानी में 2 चम्मच इस चूर्ण की डाल देनी है फिर इसको इतना उबालना है की यह उबलते उबलते आधा गिलास बच जाए।
फिर इसको उतार के छान लें।
इसके ठंडा होने के बाद इसमें एक चमच्च घी मिला कर सुबह खाली पेट पियें।
इस योग से सिर्फ चश्मा ही नहीं उतरता बल्कि आखों की समस्त समस्याएं नष्ट हो जाती है जैसे की मोतियाबिंद (cataract), Night Blindness, आँख आना, आँखों से पानी गिरना, आखों का लाल होना आदि सभी प्रकार की बीमारी ठीक होती है।
7. Triphala Eye Wash Benefits
इसके लिए आपको रात को एक गिलास पानी में एक चम्मच त्रिफला चूर्ण डाल देना है। सुबह उठ के इसको छान के दिन में कई बार आखों में चपके मारने से आखों की रौशनी बढ़ने के साथ आखों की सभी बीमारियां ठीक होती है।
इसके चूर्ण को और कांतिसार चूर्ण बराबर मात्रा में लेके मिला लें। फिर इसमें दो चम्मच शहद और आधी चमच घी मिला के रात को खाना खाने से पहले एक महीने तक सेवन करने से वीर्य जल्दी संखलित नहीं होगा और खूब मरदाना ताकत बढ़ती है।
कुछ महीने ब्रम्हचर्य रहते हुए सेवन करें अच्छा लाभ देखने को मिलेगा।
9. Triphala Benefits For Hair & Skin
अगर आपके बाल समय से पहले सफ़ेद होना शुरू हो गए हैं या बहुत ज्यादा झड़ने लगें हैं तो इसके लिए आप इसके चूर्ण को रात को शहद में मिला के सोने से पहले चाटें। इसके लिए आपको दो चम्मच शहद और आधी से एक चमच चूर्ण मिला लें।
इसके साथ आप मेहंदी अगर बालों में लगते हो तो आप त्रिफला को भी उसमे मिला सकते हैं।
Triphala Hair Mask Recipe- इसके अलावा त्रिफला को पानी में घोल के उस से बालों को धोते हो तो बालों का झड़ना बंद होता है।
एक चमच इसके चूर्ण को लगभग एक नहाने वाले डोलू में मिला लीजिये और उस से अपने बालों को भिगो लीजिये और अच्छे से मल लीजिये। थोड़ी देर बाद नाहा लीजिये।
Triphala Benefits For Skin- जैसा की इसके गुणों में ऊपर बताया गया है की यह वर्ण रोपण है और इसके अंदर विटामिन स की मात्रा भी काफी अच्छी है तो इसका सेवन आपको शहद के साथ करते हैं तो काफी फायदा होता है।
रक्त विकारों को ठीक करता है अगर रक्त विकार के की वजह से चेहरे पे कील मुहासे या दाग धब्बे हो रहे हैं तो उनको ठीक करता है।
इसी चूर्ण की आधी चमच चूर्ण को शहद में मिला के पेस्ट बना के चेहरे पे भी लगाएं। चेहरे पे निखार आता है और दाग धब्बे भी मीट जाते हैं।
बवासीर ठीक करने के लिए आपको इसके एक चम्मच चूर्ण को रात को सोते समय या तो दूध के साथ या फिर साधारण पानी के साथ लें। जिस से जो मल है वो ज्यादा रुक्ष न आये।
और दिन में छाछ में मिला के इस चूर्ण का सेवन किया जाए तो अति लाभप्रद है।
दो गिलास पानी मे दो चमच्च इस चूर्ण की डाल के इतना उबालो की आधा गिलास बच जाए।
फिर इसको उतार कर छान कर इसमें एक चमच्च शहद मिला लें।
इस से योनी का सिंचन करना है। जहां से ग्रभ योनि से बाहर निकला हुआ है उसको अच्छे से इस काढ़े से धोएं।
यह कषाय काढ़ा योनि को की शिथिलता को खत्म करके कठोर बनाता हैं। इसको अंदर बाहर से अच्छे से धोएं हल्के हाथों से। काढ़ा की मात्रा ज्यादा भी कर सकते हैं। ratio यही रहेगा।
जो महिलाएं अपनी योनि को Tight करना चाहती है उसके लिए भी यही नुस्खा है।
Utrine prolapse का यह रामबाण है। इसको दिन में तीन बार करें। एक दो महीने तक।
थूक में खून आना अंदरूनी घाव
TB, की वजह से या फिर छाती में दर्द की वजह से या फिर सीने में घाव की वजह से मुँह से खून निकलता है।
ऐसे में त्रिफला, महुआ, और अर्जुन की छाल सबको बराबर मात्रा में लेके चूर्ण बना के पानी के साथ पेस्ट बना लें, फिर इसको रात भर लोहे की कढ़ाई या बर्तन में रख दे, सुबह खाली पेट इसको घी के साथ खाएं और ऊपर से बकरी का दूध गरम करके ठंडा होया हुआ पीना चाहिए।
इस से मुँह से खून निकलना बंद होता है, TB में कुछ दिन सेवन करने से यह बीमारी नष्ट होती है।
त्रिफला, सोंठ और दारुहल्दी बराबर मात्रा में लेके, सबके मिक्सचर का 10 ग्राम चूर्ण लेके 2 गिलास पानी में डाल के खूब उबालो, जब आधा गिलास बच जाये तब इस काढ़े को उतार के छान लो ठंडा होने के बाद शहद मिला के सुबह शाम खली पेट पीने से श्वेत प्रदर ठीक होता है।
मुंह के छालों के लिए रात को यह चूर्ण शहद के साथ लेके सोएं।
इसके अलावा इसके चूर्ण की राख बना के शहद के साथ मिला के मुंह के छालों पे लगाने से काफी लाभ मिलता है।
Trifala Churan For Mouth Cancer Treatment
अत्यधिक तम्बाकू के सेवन से यह रोग हो जाता है। अगर यह बहुत ज्यादा ना बिगड़ा हो तो अपनी दवाओं के साथ एक उपचार और करें। इस के चूर्ण का काढ़ा बना के अपने मुंह में कई कई देर तक रखे और फिट बहार थूक दें। ऐसा सुबह शाम करें।
Trifala Churna In Tonsils Treatment
इसके लिए आपको इसका काढ़ा बना के उतार छान कर ठंडा होने के बाद शहद मिला के सेवन करने से टॉन्सिल्स की समस्या नष्ट हो जाती है। इसके अलावा थूक गटकते समय होने वाले दर्द चाहे वो किसी भी रोग की वजह से हुआ है नष्ट हो जायेगा।
त्रिफला चूर्ण की आधी चमच्च लेके उसमे दो चमच्च शहद मिला के सेवन करने से कुछ ही दिन में यह रोग नष्ट हो जाता है।
Trifala Churan For Stomach Ulcer
देरी से खाना खाने या ज्यादा देर बुखा या उपवास करने का कारण यह रोग होता है। जैसा की हम जानते है यह चूर्ण अंदरूनी और बहरिया घावों को भरने में मदद करता है तो इसका सेवन बहुत ही लाभपर्द है।
इस के चूर्ण का सेवन लगभग आधी से एक चम्मच शहद के साथ करें खाली पेट।
Triphala churan For Penis Infection Or Pimples On Penis
इसके लिए आपको इसका बारीक चूर्ण बना के शहद के साथ लेप बना के लिंग पे लगाना चाहिए। यह एक कषाय औषधि है और वर्ण का रोपण करने वाली है तो इसके लिए लाभकारी है।
यह लिंग पे होने वाली फुंसियों या दाने को जल्दी से जल्दी ठीक कर देता है। इसमें कोई संशय नहीं है।
त्रिफला का काढ़ा 1OOml लेके उसमे शुद्ध तजा गौ मूत्र 50ml मिला सुबह श्याम खाली पेट सेवन करने से यह रोग एक महीने में खत्म हो जाता है। शरीर में फैले हुए वात को भी खत्म करता है। कब्ज का इलाज करता है। आर्थराइटिस का इलाज करता है। मधुमेह का इलाज करता है। मोटापा कम करता है। इसके और भी बहुत से फायदे हैं।
Triphala Churna for Fungal Infection in Vagina
योनि में फंगल इन्फेक्शन हो या किसी भी प्रकार का इन्फेक्शन क्यों न हो इसके लिए आपको इसका काढ़ा बना के उतार छान के योनि को अंदर तक साफ़ रखना है। इस योनि कण्डु याने की योनि की खुजली भी मिटती है और इन्फेक्शन भी नष्ट हो जाता है।
इसी के अंदर अगर शहद भी मिला लिया जाये तो यह योनि को सख्त भी कर देता है। माँ बन ने के बाद जिन महिलाओं की योनि बहुत ढीली हो गयी है वह यह नुस्खा जरूर आजमाए अपनी योनि को टाइट बनाने के लिए।
Side Effects Of Triphala Churna
Pregnent Lady को इसका चूर्ण डॉक्टर की सलाह से करना चाहिए। इसको लेने के बाद हलके दस्त लगते हैं।
हालांकि उस से हमारे शरीर के दोष निकलते हैं। इसका सेवन लगातार तीन महीने से अधिक नहीं करना चाहिए। अगर करना भी पड़े तो एक महीना का गैप जरूर दें।