Inguinal Hernia Causes, Symptoms and Treatment Without Surgery In Hindi

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Inguinal Hernia



Inguinal Hernia in hindi | अन्त्रवृद्धि 


इनगुइनल हर्निया में निचे बताये हुए कारणों से आंत अपनी झिली से बहार निकल आती जांघ या उसके निचे अंडकोष में जाके गाँठ उत्पन कर देती है।  जिसे आंत का उतरना भी बोलते हैं। इसमें गाँठ के सामान सूजन हो जाती है और दर्द होता रहता है।   इसको आयुर्वेद में अन्त्रवृद्धि कहते हैं। 
इस रोग को जल्दी से जल्दी ठीक करना चाहिए कभी हलके में नहीं लेना चाहिए।  नहीं तो फिर यह आगे चलकर असाध्य हो जाता है।  

Causes of Inguinal hernia || Inguinal hernia ke karan

👊 वात को बढ़ाने वाले आहारों के सेवन से 
👊 रूखे, तीखे, और कषाय पदार्थों के अधिक सेवन से 
👊 अति शीतल जल में सनान करने से
👊 मल मूत्र आदि वेगो को धारण करने से 
👊 मल और मूत्र को बलपूर्वक निकालने से 
👊 अधिक भार ढोने से
👊 अधिक वजन उठाने से 
👊 अधिक पैदल चलने से 
👊 बहुत जोर जोर से बोलने से 
👊 शक्ति से अधिक बल लगाने से 


Symptoms of Inguinal Hernia || Inguinal Hernia ke lakshan 


👊 अंडकोष में या उसके आस पास गाँठ का निकलना 
👊 शारीरिक कमजोरी होना 
👊 गाँठ में या अंडकोष में दर्द का होना 
👊 नपुंसकता या शीघ्रपतन होना 
👊 अंडकोष में सूजन 
👊 अंडकोष का बढ़ना


Ayurvedic Treatment of Inguinal Hernia without surgery


1. दो चुटकी शुद्ध गुग्गुल को 100ml ताजा गौ मूत्र में मिला सुबह शाम खाली पेट सेवन करने से भी बहुत अच्छा लाभ मिलता है।  इस से कब्ज़ का इलाज होता है। इस से बवासीर का इलाज भी होता है। 

2. 100ml ताजा गौ मूत्र में एक चमच्च एरंड का तेल मिला के सुबह शाम खाली पेट सेवन करने से सभी प्रकार के हर्निया ठीक होते हैं। आर्थराइटिस का इलाज होता है।  साइटिका का इलाज होता है। 

3. देवदारु, सौंफ, वासा, पनवाड़ की जड़, और सेंधा नमक सबको बराबर मात्रा में लेके चूर्ण बना करके शहद के साथ पेस्ट बना के लेप करने से इस बीमारी में शीघ्र ही लाभ होता है। 

4. त्रिफला का काढ़ा बना के 100ml  लेलें, उसमे 50ml ताजा गौ मूत्र डाल दें इसका सुबह शाम सेवन करने से सभी प्रकार के हर्निया रोग, मधुमेह रोग, सभी प्रकार मूत्र रोग, सभी प्रकार के अंडकोष के रोग ठीक होते हैं। यह varicocele का इलाज भी है और Hydrocele का इलाज भी है। 


5. ब्रह्मडंडी (वबनेठी) की जड़ को पीसकर चावल के पानी में घोंट लें। इसका लेप करने इनगुइनल हर्निया ठीक होता है,  गले में अगर गांठे हो जिसे गण्डमाला कहते हैं अगर वहां लेप किया जाए तो वो भी ठीक होते हैं। 


Home Remedies for Inguinal Hernia | Inguinal hernia ke gharelu upay/upchar/nuskhe

1. रात को सोते समय या सुबह खाली पेट दूध के साथ एक चमच एरंड का तेल मिला के सेवन करने से अन्त्रवृद्धि अति शीघ्र ठीक होती है। इस से कब्ज का इलाज होता है। 

2. नारायण तेल की सम्पूर्ण शरीर पे और गाँठ पे नित्य मालिश करने से लाभ होता है। 

3. सेंधा नमक की पोटली बना के गाँठ को सेकने से भी लाभ होता है। 

4. नारायण तेल की एक चमच नित्य सुबह शाम खाली पेट सेवन करने से भी इनगुइनल हर्निया में काफी अच्छा लाभ होता है। 

5. एक चमच हरड़ का चूर्ण लेले उसको 50ml ताजे गौ मूत्र में डाल दें कुछ देर बाद जब यह सुख जाए तब एक कढ़ाई में थोड़ा सा एरडं का तेल डाल कर गर्म करें जब अच्छे से गरम हो जाए तब गैस को बंद करदें।  फिर इस तेल में यह चूर्ण डाल दें, और दस सेकंड में निकाल लें। फिर इसको ठंडा होने दें। 

उसके बाद डेड गिलास पानी लें उसको इतना उबालिये की वो एक गिलास पानी बच जाए इस जल के साथ इस चूर्ण का उपयोग करने से कितना भी पुराना वैरीकोसेल या Hydrocele ya inguinal hernia क्यों ना हो दो सप्ताह में ठीक हो जाता है। इसके अल्वा अंडकोष की सभी बीमारियां ठीक होती है। बवासीर का इलाज भी होता है। कब्ज का इलाज भी होता है। हाथी पावं का इलाज भी होता है। इसको हर दिन तजा ही बनाएं। 


Inguinal Hernia में क्या खाएं

वमन किर्या करना(उलटी करना), विरेचन किर्या करना(दस्त लगवाना), बस्तिकर्म किर्या करना, रक्तमोक्षण किर्या करना(जोंक आदि लगवाके रक्त निकलवाना), स्वदकर्म किर्या करना(सेक आदि किर्या से पसीना निकलवाना), लेप आदि लगाना, लाल शाली धान के चावल खाना, एरंड का तेल, गौ मूत्रपुनर्नवाहरड़, गोखरूअश्वगंधात्रिफला, प्रियंगु आदि आयुर्वेद औसधियो का सेवन लाभप्रद है। 

 

सहजन का फल, परमल, पान, लहसुन, रास्ना, गाजरशहद, गर्म जल, छाछ आदि। विशेष रूप से लाभप्रद हैं। 

 

 

Inguinal Hernia में क्या ना खाएं

👉 मल मूत्र आदि अन्य 13 वेग जो शरीर में होते हैं उन्हें कभी धारण ना करें। 

👉 साइकिल, मोटरसाइकिल, ऊबड़खाबड़ रस्ते पे चलना बंद कर दें। 

👉 शारीरिक व्यायाम करना बंद कर दे, और लंगोट बांधे। 

👉 अधिक भोजन ना करें। 

👉 अधिक पैदल ना चलें। 

👉 दही का सेवन ना करें। 

👉 देर से पचने वाले पदार्थो का सेवन ना करें। 

👉 नॉन वेज, तली हुई चीजें, मैदा का सेवन ना करें। 

👉 उपवास, व्रत आदि ना करें। 

👉 सम्भोग ना करें। 

👉 शराब का सेवन ना करें। 

 

  



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