कौन से तरीके से सोने से कौन कौन से दोष बढ़ते हैं।
👉खाट पे सोने से तीनों दोष कम होते हैं।
👉ढीली खाट पे सोने से वात बढ़ता है, जिन के शरीर मे जोड़ों के दर्द हैं या अन्य दर्द हैं वो ढीली खटिया पे ना सोएं।
👉गद्दा लगे पलंग पे सोने से वात और कफ का नाश होता है।
👉भूमि पे सोने से वीर्य और शरीर की पुष्टि बढ़ती है।
👉लेकिन भूमि पे सोने से शरीर रुक्ष भी होता है वात भी बढ़ जाता है। वात रोगों जमीन पे ना सोएं। (जमीन पे चटाई आदि बिछा कर न सोएं)
👉तख्त पे सोने से भी वात बढ़ता है।
👉अच्छे और साफ सुथरे बिस्तर पे सोने से शरीर की पुष्टि होती है, बल बढ़ता है, वीर्य बढ़ता है, हृदय के लिए अच्छा होता है, वात को कम करता है अच्छी निंद्रा आती है।
👉खराब मैली शय्या पे सोने से ऊपर बताये हुए जितने भी गुण हैं उन सबके विपरीत फल देता है।
👉तकिया ऊँचा लगा कर बैठे रहने से या सोने से सर्वाइकल की बीमारी होती है और वात बढ़ता है।
किस तरफ सर रख के सोना चाहिए ?
दक्षिण की और सर करके सोने से तीनो दोष सम रहते हैं और पथ्य भी है।
उत्तर की और सर रख के सोना अपथ्य बताया गया है क्यों की जब किसी मृत्यु हो जाती है तो उसका सर उत्तर की तरफ कर दिया जाता है।
इसके पीछे का साइंटिफिक कारण यह है के जो हमारी पृथ्वी की मैग्नेटिक फाॅर्स होती है वह उत्तर की और से निकल और बहार से घूम कर दक्षिण में आती है। तो इस प्रकार से गोल घूमती है। तो यह हमारे शरीर पर मष्तिष्क पर खिचाव बनाती है। जिस से हमारे तीनो कुपित होते हैं।
कुछ ध्यान रखने वाली बातें
👉रात को हाथ पैर और मुंह धो कर सोने से बुरे सपने नहीं आते, नींद अच्छी आती है और स्वपन दोष नहीं होता।
👉रात भर जागने से या रोजाना देर से सोने शरीर में रुक्षता आती है, शरीर में वात बढ़ता है।
👉अर्ध रात्रि में मैथुन करने से वात और पित्त दोष बढ़ जाते हैं।
👉नग्न होकर ना ही तो कभी नहाना चाहिए और ना ही कभी सोना चाहिए यह दोनों ही अपथ्य बताया गया है।
👉रात में कभी भी दही नहीं खानी चाहिए क्यों रात में हमारे शरीर में वो एन्ज़इम्स नहीं होते तो दही को पाचायें अतः दही, रायता या छाछ आदि का सेवन रात में नहीं करना चाहिए इस से वात पित्त और कफ दोष कुपित हो जाते हैं।
👉जिन माताओं ने अभी अभी संतान पैदा की हो जो "जापा" में हो उसको अपने बिस्तर के चारों और नमक और राइ डाल देनी चाहिए। इस से नेगेटिव एनर्जी दूर रहती है।
👉जिन लोगो को खर्राटे बहुत आते हो उन्हें तकिया लगा के नहीं सोना चाहिए।
👉जिन लोगो को रात को नींद नहीं आती हो या देर से आती हो उन्हें जायफल को पानी में घीस कर अपनी पलकों पे लगाना चाहिए इस से कुछ ही देर में नींद आजायेगी।
👉रात का खाना जल्दी खाने से पाचन किर्या सही रहती है कब्जियत या गैस नहीं बनती।
रात में सोने का सही समय
रात में सोने का सबसे सही समय 9 से 10 बजे के बीच में।
रात में कितने घंटे सोना चाहिए
सात घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए इसीलिए रात को जल्दी सोये जिस से अगले दिन आप चार से पांच बजे भी उठ सकते हो जो के बहुत अच्छा समय माना गया है।
रात में सोते समय पसीना आना
रात में सोते समय यदि आपको पसीना आ रहा है वो आपका पित्त्त बढ़ा हो सकता है। आप बहुत गर्म तासीर की चीजों का सेवन करते होंगे। गर्म तासीर की चीजें और तीखी चीजों का सेवन बंद करना चाहिए।
रात में सोने का तरीका
जब भी सोने के लिए जाएँ तो सबसे पहले बायीं करवट 10 Minute तक लेटना चाहिए फिर 5 Minute दायीं करवट उसके बाद जैसे चाहे वैसे सो सकते हैं।
रात में बेचैनी होना
रात में बेचैनी BP के कारण भी सकती है और आपके शरीर में वात दोष बढ़ने के कारण भी हो सकती है। दोनों ही परिस्तिथियों में आपको उत्तेजक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। रात को दाल का सेवन ना करें। रात को जल्दी सोएं। रात को दूध पीते हैं तो उसमे सोंठ जरूर मिला लें।