Inside this Article:
- सर दर्द में अमरुद खाने के फायदे
- हृदय और दिमाग के लिए अमरुद खाने के फायदे
- खांसी में अमरुद खाने के फायदे
- बवासीर में अमरुद खाने के फायदे
- पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए अमरुद का उपयोग कैसे करें?
- Acidity में अमरुद खाने के फायदे
- दांतो के दर्द में अमरुद के पेड़ की छाल के फायदे
- दिमागी शक्ति, पागलपन में अमरुद खाने के फायदे
- मुंह के चालों के लिए अमरुद के पत्तों के फायदे
- अजीर्ण, अपच भूख की कमी में अमरुद के पत्तों के फायदे
- Arthritis में अमरुद के पत्तों के फायदे
- भांग का नशा उतारने के लिए अमरुद के फायदे
- अमरुद खाने के नुकसान और सावधानियां
अमरूद
एक गुणकारी व स्वादिष्ट फल शीतऋतु में बहुतायत और अन्य फलों से सस्ता मिलने वाला अमरूद अधिक गुणकारी और पौष्टिक फल है।
अमरूद में प्रति सौ ग्राम में 200 मिली ग्राम विटामिन 'सी' होता है। अमरूद के खाने से 66 कैलोरी ऊर्जा केवल 100 ग्राम मात्रा में मिलती है।
अमरुद केआयुर्वेदिक गुण धर्म
अमरूद मधुर, अम्ल, कषाय, स्निग्ध, शीत वीर्य, वात-पित्त शामक होता है। अमरूद विरेचक होने के साथ पाचन क्रिया भी तीव्र करता है। भोजन से पहले अमरूद खाने से अतिसार (दस्त) में बहुत लाभ होता है।
उन्माद, वात, पित्त, मूर्च्छा, कृमि, तृष्णा और विषम ज्वर में भी बहुत लाभ पहुँचाता है।
विटामिन 'सी' की अधिक मात्रा होने के कारण अमरूद शीतऋतु में अधिक शक्तिवर्धक है।
अमरुद खाने के फायदे
सर दर्द में अमरुद खाने के फायदे
सर में निरंतर दर्द बना रहता हो तो सूर्योदय से पहले कच्चे अमरूद को किसी पत्थर पर घिसकर लेप करने से कुछ ही दिन में सिर का दर्द शीघ्र नष्ट होता है।
हृदय और दिमाग के लिए अमरुद खाने के फायदे
अमरूद को चार हिस्सों में काट कर उसके ऊपर शहद मिलाकर सेवन करने से हृदय, मस्तिष्क और पाचन क्रिया की विकृतियां नष्ट होती हैं।
खांसी में अमरुद खाने के फायदे
खांसी या कफ के रोगो में अमरुद को कभी भी कच्चा नहीं खाना चाहिए इसकी बजाय गर्म राख में अमरूद को भूनकर खाने से कफ में शीघ्र लाभ होता है। कफ भी सरलता से निकल जाता है।
बवासीर में अमरुद खाने के फायदे
आयुर्वेद के हिसाब से अमरुद पाचन शक्ति को बढ़ता है इसीलिए अमरूद का कुछ दिनों तक सेवन करने से अर्श (बवासीर) रोग में बहुत लाभ होता है।
पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए अमरुद का उपयोग कैसे करें?
अमरूद को सलाद की तरह काटकर सोंठ, काली मिर्च और सैंधा नमक के साथ खाने से पाचन क्रिया तीव्र होती है। पेट का अफारा और गैस विकृति भी नष्ट होती है।
Acidity में अमरुद खाने के फायदे
भोजन के बाद कुछ दिनों तक अमरूद के सेवन से पित्त वृद्धि से उत्पन्न शारीरिक जलन से मुक्ति मिलती है।
दांतो के दर्द में अमरुद के पेड़ की छाल के फायदे
अमरूद वृक्ष की छाल का चूर्ण एक से डेड चमच्च लेकर दो गिलास पानी में डाल कर इतना उबालें की आधा गिलास बच जाये फिर इस काढ़े को छान कर एक दो चुटकी फिटकरी मिलाकर कुल्ले करने से दांतों का दर्द नष्ट होता है।
दिमागी शक्ति, पागलपन में अमरुद खाने के फायदे
अमरूद को सलाद की तरह काटकर काली मिर्च, नमक और नींबू का रस डालकर खाने से मस्तिष्क को शक्ति मिलती है। स्मरण शक्ति तीव्र होती है। उन्माद(पागलपन)भी नष्ट होता है।
मुंह के चालों के लिए अमरुद के पत्तों के फायदे
अमरूद के कोमल पत्तों के चमच्च रस में थोड़ा सा कत्था मिलाकर मुंह के छालों पर लगाने से मुंह के छाले शीघ्र नष्ट होते हैं।
अजीर्ण, अपच भूख की कमी में अमरुद के पत्तों के फायदे
अमरूद के कोमल पत्तों के 10 ग्राम रस में शर्करा मिलाकर सेवन करने से अजीर्ण रोग नष्ट होने से भूख अधिक लगती है।
Arthritis में अमरुद के पत्तों के फायदे
अमरूद की कोमल पत्तियां जल के साथ सिलबट्टे पर पीसकर, लगभग एक चमच्च पेस्ट बन जाये तो फिर जल में मिलाकर पीने से आमवात(Arthritis) में बहुत लाभ होता है।
भांग का नशा उतारने के लिए अमरुद के फायदे
जब कभी भी भांग का नशा उतारना हो तो दो से चार अमरूद खाने से भांग का नशा नष्ट होता है।
अमरुद खाने के नुकसान और सावधानियां
👉अमरुद के साथ या फिर अमरुद खाने के बाद कभी भी पानी नहीं पीना चाहिए ।
👉अमरुद का सेवन कफ के रोगों में नहीं करना चाहिए क्युकी यह कफ को बढ़ता है।
👉अमरुद के बीजों को हमेशा अच्छे से चबा चबा कर खाना चाहिए क्यों की कई बार देखा गया है इसके जो पक्के हुए बीज होते हैं वो आंत्रपुच्छ (Appendix) में चला जाता है और Appendicitis रोग होने की सम्भावना हो सकती है।